स्मारक
शहीद द्वार
शाहजहांपुर में शहीद द्वार अपने मित्रों एवं परिवार के साथ सुखद समय बिताने के लिए एक आदर्श स्थल है। इस स्थल पर मनोरंजन संपूर्ण रूप से महसूस किया जा सकता है। साथ ही जैसे जैसे आप इसका भ्रमण करने लगते है यह स्थल आपको और भी रोमांचक प्रतीत होने लगता है। बेशक यहाँ के अनूठे स्थलों का भ्रमण करके आप अपने साथ ढेरों यादें भी सँजो के जाएँगे। जाहिर तौर पर शहीद द्वार एक ऐसा दर्शनीय स्थल है यहा से आप यादगार पलों को अपने अपने साथ ले जा सकते हैं। तो अगर आप अनूठी वास्तुकला का करीब से अनुभव करना चाहते हैं तो आपके लिए यह एक सुंदर स्थल है।
राम प्रसाद बिस्मिल शहीद स्मारक
शाहजहाँपुर से संबंधित एक प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी राम प्रसाद बिस्मिल की याद में शहीद स्मारक समिति द्वारा शाहजहाँपुर के खिरनी बाग में शहीद स्मारक बनाया गया है जहाँ बिस्मिल जी का जन्म हुआ था 1897 में और इसका नाम “अमर शहीद राम प्रसाद बिस्मिल स्मारक " रखा गया है। इस स्मारक में राम प्रसाद बिस्मिल की सफ़ेद संगमरमर के पत्थर से निर्मित प्रतिमा स्थापित है। यह स्थल अति सुंदर एवं दर्शनीय है एवं घूमने योग्य है।
विसरात घाट पर स्थित हनुमत मंदिर
विसरात घाट पर स्थित हनुमत मंदिर शाहजहाँपुर के भूमि-चिह्न की तरह है जहाँ देश में तीसरी सबसे विशाल भगवान हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित है। यह मंदिर शाहजहाँपुर से लगभग 4 से 5 कि.मी कि दूरी पर काननोट नदी के किनारे स्थित है। इस विशाल भगवान हनुमान की प्रतिमा में हनुमान जी अपना हृदय चीर रहे हैं जिसमें राम-सीता की तस्वीर समायी हुई है। यह मंदिर अत्यंत शांत एवं श्रद्धा से परिपूर्ण है इसलिए भ्रमण करने योग्य है